मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ऐलान, क्षमता के अनुसार बढ़ाई जाएगी शिक्षकों की सैलरी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना के गांधी मैदान में आयोजित जदयू कार्यकर्ता सम्मेलन में ऐलान किया कि क्षमता के अनुसार शिक्षकों का वेतन बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार को विकसित प्रदेश बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अगली बार मौका मिला तो हर खेत को को सिंचाई के लिए पानी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सात निश्चय के बाद आगे भी निश्चय होगा और उसे भी पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार दे रहे हैँ, उससे अधिक रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं।
कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी शंखनाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद और कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के वोट मांगे, लेकिन हमने उनके लिए काम किया। हमें वोट की चिंता नहीं, जिसे देना होगा दीजिएगा। मुख्यमंत्री ने बिहार में कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बेहतर हुई है और देश में आबादी के हिसाब से अपराध का अनुपात बिहार में कम। नीतीश कुमार ने कहा कि आइए राजग को बिहार विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें जीताने का संकल्प लें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि जहां तक एनपीआर का सवाल है तो 2010 वाले फॉर्मेट के आधार पर ही एनपीआर बनेगा। इसके लिए हमने विधानसभा में विधेयक भी पास कर दिया है। सीएम ने कहा कि हमने भागलपुर दंगे के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाकर पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित किया।
इससे पहले सम्मेलन में जदयू के महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा नीतीश कुमार बिहार को विकसित प्रदेश बनाना चाहते हैं। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमें उन्हें 2020 में फिर बिहार का मुख्यमंत्री बनाना है। जदयू सांसद ललन सिंह बोले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम की चर्चा आज पूरी दुनिया में है। उन्होंने विकास की गाथा लिखी है। मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव बोले विकास की चर्चा बिहार के घर-घर तक है। जदयू नेताओं की नहीं कार्यकर्ताओं की पार्टी है। बिहार में लड़ाई कार्यकर्ता बनाम परिवारवाद की है। प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह बोले बिहार में विकास की लंबी लकीर खींची है। आज बिहार देश के दूसरे राज्यों को भी रास्ता दिखा रहा है।