श्रीकांत बोल्ला | जन्म से ही अंधे होने बाद भी इन्होने दुनिया को एक नयी रौशनी दिखा दी |
हैदराबाद के निवासी श्रीकांत बोल्ला आज दुनिया में एक पहचान रखते हैं | जन्म से ही अंधे होने के कारण बचपन से ही कई मुश्किलों को करना पड़ा सामना लेकिन कभी हार नहीं माने | आईये जानते हैं इनकी प्रेरणात्मक कहानी को |
जब श्रीकांत का जन्म इस खूबसूरत दुनिया में हुआ तो उन्हें क्या पता था की वह इस दुनिया की सुंदरता को देख नहीं पाएंगे | जन्मांध यानी जन्म से ही अंधे होने की वजह से कितने ही मुश्किलों का सामना करना पड़ा | उनके माता पिता को कई लोगो ने तो यहाँ तक सलाह दे डाला की अंधे लड़के को त्याग दें | उस समय उनके माता पिता महज़ 20 हज़ार कमाते थे | लेकिन तब किसी ने कहा सोचा था की यह इंसान महज 28 वर्ष की उम्र में इतनी बुलंदियों को छू लेगा |
10 वी क्लास में 90 प्रतिशत अंक लाने के बाद भी उन्हें विज्ञानं लेने से रोका गया | इस बात को लेकर उन्होंने राज्य सरकार पर मुकदमा किया और जीत भी गए | 6 महीनो की लड़ाई के बाद जब उन्हें एडमिशन मिला तो उन्होंने सब को पीछा करते हुए 12 वी कक्षा में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किये .
जब उन्हें IIT में भी एडमिशन से रोक दिया गया तो इन्होने अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में आवेदन किया | उनकी मेहनत और लगन की वजह से उन्हें , विश्व के 4 शीर्ष संस्थानों ने एडमिशन के लिए न्योता भेजा |
श्रीकांत बोला ने MIT अर्थात Massachusettse Institute of Technology, को अपनी आगे की पढ़ाई के लिए चुना | उन्हें वहां स्कालरशिप भी मिला | भले ही अपने स्वयं के देश के विभिन्न संस्थानों में दाखिला लेने में नाकाम रहे लेकिन, श्रीकांत को दुनिया के सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटी MIT में पढ़ने का मौका मिला | यहाँ तक की वे इस यूनिवर्सिटी के सबसे पहले इंटरनेशनल ब्लाइंड स्टूडेंट थे |
2012 में अमेरिका से अपनी पढाई पूरी कर लौटे श्रीकांत ने अपनी एक कंपनी की नींव रखी और नाम दिया BollantIndustries,
आज इस कंपनी में 60 प्रतिशत कार्यकर्ताओं का सामाजिक सन्दर्भ ऐसा है कि या तो वे गरीब थे या भी किसी तरह से विकलांग | साढ़े चार सौ कार्यकर्ताओं की इस कंपनी का एक साल का टर्नओवर 50 करोड़ है | अभी हाल में ही रतन टाटा जैसे उद्योगपति ने श्रीकांत की कंपनी में निवेश भी किया है |
श्रीकांत आज भी अपने अनोखे अंदाज में कहते हैं कि मुझे तो अँधा सिर्फ लोगों की सोच ने बना दिया था। …. जब दुनिया भर के लोगो ने उनसे ये कहा की वे कुछ नहीं कर सकते तो उन्होंने दुनिया को दिखा दिया और सर उठा कर कहा कि ” मै तो सब कुछ कर सकता हूँ |”