Corona Virus: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के रसायन विज्ञान के प्रमुख के चाइना से जुड़े तार, हुई गिरफ्तारी
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के जाने-माने रसायन विज्ञान के साइंटिस्ट और प्रमुख जिनके तार अभी-अभी चाइना के Wuhan यूनिवर्सिटी से मिले हैं उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरी दुनिया में सनसनी फैल गई है।
Nature.com पर छपे एक लेख के अनुसार रसायन विज्ञान Charles Lieber, जो कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक जाने-माने रसायन वैज्ञानिक हैं उनको अभी हाल में ही गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर यह आरोप है कि उन्होंने अमेरिका सरकार से झूठ कहा कि उनको चाइना से कोई फंडिंग नहीं मिलती है जबकि इसके पुख्ता सबूत मिले हैं उनको चाइना के द्वारा फंडिंग की जाती थी।
लेख के अनुसार चार्ल्स को अरबों रुपए चाइना के द्वारा दिया गया ताकि वह बुहान यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में एक लैब स्थापित कर सके। चार्ल्स को पहले से नैनो टेक्नोलॉजी में और बायो टेक्नोलॉजी में अलग-अलग चीजें अविष्कार करने के लिए जाना जाता है।
खासकर इस बात ने सबको दहशत में इसलिए भी डाल दिया है क्योंकि यह वही Wuhan यूनिवर्सिटी है जहां पर कोरोना वायरस की शुरुआत हुई है और जिसके वजह से पूरी दुनिया में अभी तबाही फैली हुई है। आरोपों के हिसाब से इस साइंटिस्ट को हर महीने चाइना द्वारा लगभग ₹35 लाख रूपए प्रदान किए जाते थे जिसका इस्तेमाल इस साइंटिस्ट द्वारा एक रासायनिक बायोलॉजिकल लैब तैयार करने के लिए किया गया था।
इसे गिरफ्तारी में उनके दो चाइनीज स्टूडेंट्स को भी गिरफ्तार किया गया है जो लोहान एयरपोर्ट से भागने की कोशिश कर रहे थे साथ में ही उसके पास एक किस से ज्यादा संवेदनशील शीशियां मिली है जिसमें सूक्ष्म रासायनिक वस्तु मौजूद हैं।
विस्तृत जानकारी के लिए आप पूरा ले अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक कर सकते हैं Nature.com