कोरोना वायरस: क्या वजह है कि अमेरिका जैसा विकसित देश सबसे ज्यादा त्रस्त हुआ इस बीमारी से।
यह लेख लिखे जाने तक पूरे दुनिया में लगभग 993000 CORONA VIRUS के मरीज पाए जा चुके हैं। और पूरी दुनिया में इस बीमारी से लगभग 51000 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। लेकिन आपको जानकर यह हैरानी होगी कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा तबाही इस बीमारी के वजह से अमेरिका जैसे विकसित देश में आई है।
अकेले अमेरिका में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 235000 तक पहुंच चुकी है और लगभग 5700 लोगों की इससे मृत्यु भी हो चुकी है
जानकारों की माने तो अमेरिकी सरकार ने जल्दी से और साथ ही साथ कोई ठोस कदम इस बीमारी से लड़ने की ओर नहीं उठाएं जिसकी वजह से यह खामियाजा भुगतना पड़ा। जानकारों के हिसाब से सरकार की तरफ से बहुत सारी लापरवाही बरती गई और साथ ही साथ कुछ पॉलिसीज में कमियों की वजह से बीमारी ने अमेरिका में विकराल रूप ले लिया।
- अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के महामारी से लड़ने वाली शाखा को 2018 में ही बंद कर दिया गया
- मास्क, टेस्टिंग किट, वेंटिलेटर तथा और भी मेडिकल सामानों की कमी हमेशा से रही, इस वजह से वायरस को फैलने में और भी तेजी मिल गई
- अमेरिकी सरकार ने दूसरे देशों से आए यात्रियों को सही तरह से quarantine करने में नाकामी दिखाई, जिसके वजह से यह बीमारी इनके देश में घुस गई।
- अमेरिकी सरकार का रवैया गैर जिम्मेदाराना रहा और हमेशा ही वह कोरोनावायरस को एक मामूली सर्दी खांसी बताते रहे
- पूरे देश में वायरस फैल जाने के बाद भी आंकड़ों को कम करके बताया गया, जिस वजह से लोग समय रहते सचेत नहीं हो सके।
- जहां चाइना सरकार ने बहुत ही सख्त कदम उठा कर पूरे देश में लॉक डाउन और नाकाबंदी करी जिसके बदले में उनके देश में जल्दी करोना virus पर कंट्रोल पाया जा सका लेकिन वहीं अमेरिकी सरकार यह सब करने में विफल रही
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के हेल्थ मेट्रिक एंड इवैल्यूएशन शाखा ने यह शंका जताई है जुलाई 2020 तक में अमेरिका में कोरोना वायरस से मृत्यु की संख्या लगभग 81000 तक पहुंच सकती है खास करके पश्चिमी और दक्षिणी इलाकों में इस वायरस का प्रकोप ज्यादा हो सकता है।
भले ही अमेरिकी सरकार इस कठिनाई से और इस आपदा से बाहर निकलने में कामयाब हो जाए लेकिन इस कोरोनावायरस से आई आर्थिक तबाही और इंसानों की जान की भरपाई शायद कभी नहीं हो पाएगी।